घर तेरा भी है,घर मेरा भी है, मगर बेघर कोई नहीं। इधर मेरा है,तो उधर तेरा है, बीच में समंदर तो नहीं। मैं भी इंसान हूँ,तू भी इंसाँ है, तुझमें,मुझमें अंतर नहीं। मैं तेरा भाई और तू मेरा भाई, हम इंसाँ हैं,अकबर नहीं। मिल-जुल के रहना है हमको, मगर लड़ मरकर नहीं। यहीं पैदा हुए हैं,यहीं मरेंगे हम, हमारा कोई और घर नहीं।। हमारा भारत। #UNITY #एकता #प्यार #सौहार्द