लगाकर पर हौसलों के भरकर उमंग हृदय में उड़ चले हम दूर गगन में। न तुफां से डरकर रूके न बादलों की ओट में छुपे बढ़ चले अपनी लगन में। चांद तारों को छूना है मुझे मंजिल तक जाना है यही भरोसा है बस मन में। ©Nilam Agarwalla #Umang