धुन में तुम्हारे अवनि का वैभव युग से निरन्तर भोर का उद्भव जीव और जीवन चक्र सम्भव तुम ही हो,तुम ही हो,तुम ही हो! 🙏 सुप्रभात 😄☕🙏🌻.. #सुबहकामंज़र #रगबिरंगीकविताए #प्रकृति_प्रेम #सकारात्मकता #yqbaba