जब हिस्से में द्रौपदी सी विवशता, अपमान, तिरस्कार, पीड़ाएं आएंगी। तब आप भी तो हिस्से में आएंगे ना कान्हा।। ©Trisha Kushwaha #poem #Poetry #Heart #touching #wordpoetry #Krishna