कुछ मेरे अहसास हैं कुछ गैरों से सीखता हूँ कोई भी हर्फ़ बिना तज़र्बा के नही लिखता हूँ चोट लगती है तभी आवाज आती है यार #हर्फ़ #सीखता #तजर्बा #अहसास #लिखता_हूं #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob