तू छोड़ दे #राह तकना यारा वो अपने होते तो, #ज़िन्दगी में हर-पल हर-#वक़्त वो #साथ देते . सरे-आम अपनों की #महफ़िल में हमे #इश्क़ के नाम से #बदनाम ना करते खिले तो #गुलाबो से थे है,पर बिखरने कब लगे.... पता ही न चला...!!