मेरे मसीह की आस मन में एक नया जोश और उमंग है, मेरा ईश्वर का आशीष अब मेरे संग है, मुझे उनका गुणगान चहुं दिशा में करना है, हा मुझे अपने ईश्वर का नाम रोशन करना है। आज हम सभी लेंगे विदा इस पवित्र बेदी से, पर इसकी लॉ को सदैव प्रज्वलित करेंगे, उस परमपिता परमेश्वर की असीम कृपा से, उनका रंग हम हर ओर विस्तारित करेंगे। स्वामी जी का आशीर्वाद हम सबके ऊपर है, पुरोहितों का विश्वास भी हमपर है, इसी विश्वास को जन जन तक पहुंचाएंगे, उस मसीह की आस हर दिल में जगाएंगे। उस मसीह की आस हर दिल में जगाएंगे। मसीह की आस