ख़ाली है अभी जाम मैं कुछ सोच रहा हूँ ऐ गर्दिश-ए-अय्याम मैं कुछ सोच रहा हूँ पहले बड़ी रग़बत थी तिरे नाम से मुझ को अब सुन के तिरा नाम मैं कुछ सोच रहा हूँ हल कुछ तो निकल आएगा हालात की ज़िद का ऐ कसरत-ए-आलाम मैं कुछ सोच रहा हूँ #Daniyal ©Daniyal #lonely Advocate Suraj Pal Singh DELHI Pooja Udeshi Richa Rai ( गूंज ) Nijam srk Writers #Tanhai #jazbaat #shayri