•\ स्कूल का किस्सा /• "तू मांग जो तुझे मांगना है, तुझे मिलेगा वही जिसका तू हकदार है।" *यह मेरे साथ घटित वास्तिविक घटना है।* "वास्तविक घटना पर आधारित" बात मेरे 12th के प्री बोर्ड की है। जब प्री बोर्ड की उत्तर पत्रिका आई तो उसमें हिन्दी विषय में मेरे 71 अंक आए थे। जब मैंने अच्छे से देखा तो उसमें अंको का कुल जोड़ गलत हुआ था। मैं सीधा अपनी मैम के पास गई और उन्होंने सही करके मेरे 2 अंक बढ़ा दिए। 73 अंक देख के मुझे लालच आ गया। मैंने मैम को बोला " मैम प्लीज़ किसी उत्तर में 2 अंक और दे दो। कम से कम एक विषय में तो 75 अंक पर मेरी डिस्टिंक्शन आ जायेगी। " पर मैम नहीं मानी। वो बोली " बोर्ड में मेहनत करना। खुद मिलेंगे। " पता नहीं उनकी बात का असर था या उनकी दुआ, जब बोर्ड्स का रिज़ल्ट आया तो मेरे हिन्दी विषय में 91 अंक थे। और मैंने क्लास में टॉप किया था। संयोग से जब मैं अपनी मार्कशीट स्कूल से लेने गई तो वो ही मेरी क्लास टीचर के साथ बैठी थीं। मेरी रिपोर्ट कार्ड देख के उन्होंने कहा