विकास मेरी नजर सिर्फ नेताओं के घर मे है जनता रहे झुग्गी -झाेपड़ी वाे रहते महल मे है। जनता पानी काे तरसे वाे रहते बियर के नशें मे है। घर्म-मजहब के नाम पर, लड़वाते एक -दुजे काे किसी का घर जले किसी की दुनियां उजड़े वाे रहते अपनी ठसक मे है। #yuqbaba#yuqdidi#yqdada#yqtable#yq hindi