ऐसा लग रहा है जैसे बस मै ही रूका हूँ और सब चले जा रहे है मुझे ढूंढते हुए शायद, आज भगवान जी आ रहे है खा रहा है ये वक्त और इस वक्त की खामोशी भी अब कैसे बताऊँ, बस बिन फालतू ही जिए जा रहे है। ✍new chapter(Deepak) #waste_time सुुमन कवयित्री