कभी खेतो मे मिलते है , कभी बागो मे मिलते है. जीवन मे खुशियो के कुछ पल, केवल गाँवो मे मिलते है. रहा ना अब वो वक्त की कुछ याद बनाये हम, कोइ शहरो मे उलझे है, कोइ पैसो पे मरते है. सावन के मौसम मे पेडो पर झुले वो लगाना, याद आता है मुझको बारिश मे कागज की कस्तिया चलाना. गाँव कि पगडन्डियो पर वो सारा दिन बीत जाना, शाम होते ही फ़िर वपास घर को लौट आना. बस इन्ही बातो को याद करके कभी तन्हा होते है , कभी आन्खे भिगोते है. ©yadav neelu #मेरा गाँव #MusicLove