ढ़ल गया दिन, फ़िर एक शाम हो गई, और एक दिन की कहानी,यू खत्म हो गई| डूबने लगा सूरज, पंछी भी अपने घर चल दिए, मनभावन सांज ने, क्या ख़ूबसूरत रंग बिखेर दिए| 🌝प्रतियोगिता-66 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"ढल गया दिन "🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I