पक्षियों की पुकार बोल रहे हैं, पक्षी प्यारे, पुकार रहे हैं, पक्षी प्यारे, कहते हैं, ये मन के भाव से, रक्षा करो ,हमारी नर-नारी, बोल रहे हैं, पक्षी प्यारे...... 🐦 कोई ना सुनता पुकार इनकी लुप्त हो गए हैं, ये सारे, बोल रहे हैं, पक्षी प्यारे...... 🐦 लड़ते-लड़ते थक गए, ये सारे, बचा नहीं सकते, जान ये अपनी, बोल रहे हैं, पक्षी प्यारे........... 🐦 शोर मचा के कहते, ये जग से, लुप्त हो जायेंगे हम सारे, बोल रहे हैं, पक्षी प्यारे.............. 🐦 अपनी प्रजाति से कहते, ये प्यारे, अब नहीं रहा संसार हमारा, बोल रहे हैं, पक्षी प्यारे................. 🐦 थे कभी सलीम अली जैसे पक्षी प्रेमी, अब नहीं रहें वैसे प्रेमी, बोल रहे हैं, पक्षी प्यारे, पुकार रहें हैं , पक्षी प्यारे। ------------ गोविन्द वैष्णव ©Govind Vaishnav #gvpoems #lossbirds #poetgovind write by poem-govind Vaishnav chhabra wale #OneSeason Priya Singh komal ji❤️❤️❤️ Ownlifeownthoughts taniadassaha