Nojoto: Largest Storytelling Platform

किस नाज़ से कहते हैं वो झुँझला के शब-ए-वस्ल तुम

किस नाज़ से कहते हैं वो झुँझला के शब-ए-वस्ल 

तुम   तो   हमें   करवट   भी   बदलने   नहीं   देते 

#अकबर_इलाहाबादी

©राज एस. मेहरा #Flower
किस नाज़ से कहते हैं वो झुँझला के शब-ए-वस्ल 

तुम   तो   हमें   करवट   भी   बदलने   नहीं   देते 

#अकबर_इलाहाबादी

©राज एस. मेहरा #Flower