दरअसल मैं उस वाली जेनरेशन में बड़ा हुआ हूँ, जहाँ गरबा से ज़्यादा चार्म 'लखबीर सिंह लक्खा' के भजनों का हुआ करता था नवरात्रि में.. आज भी किसी पंडाल के बाहर से गुज़रते वक़्त अगर 'प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी' न सुनाई दे न, तो लगता ही नहीं कि नवरात्रे चल रहे..!! ©Tripathi Akash #navratri2021 #jay_mata_di #Lakkha