ये महीन से प्रेम से धागे, ज़रा सी बात पर बस टूटे, यों टूटते ही अब चले गये, फिर कभी जुड़ नही पाये। लाख कोशिशें भी की गई, गाँठे ही यों बढ़ती चली गईं, कि कोई धागा रहा ही नहीं, राई ही पहाड़ होती चली गई। #महीन #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqchallenge