चाहे जीवन की अंतिम, आभा भी दाव पे लग जाए, चाहे चलते चलते, धूमिल, अपना अंतिम पग जाए । चाहे देह को, पथ की अगनित ज्वालाओं में जलना हो, हार ना मानो जब तक ना, अंकुर आशा का जग जाए।। सुप्रभात। हार न मानो, अपनी ताक़त को पहचानो। #हारनमानो #yqdidi #YourQuoteAndMine #nkharit Collaborating with YourQuote Didi