अपनों से क्या यार अब तो गैरों से भी मोहब्बत करनी पड़ेगी ईएमआई जैसी है हमारी मोहब्बत साहब हर महीने में मोहब्बत की एक किस्त तो भरनी पड़ेगी ©kavi kumar vishesh मोहब्बत की एक ईएमआई तो भरनी पड़ेगी #2021