दिया नाम तुम्हारा , साँसों को जबसे। तेरी बॉंहों के सुकून के वो पल, छीन ले जाए जब तू ना हो संग। आँखों में ठंडी ,दिमाग की गर्मी, दिल में जगा एक शोला है। देखा तूझे जबसे, लगता तकिया भी तेरी बॉंहों का बिछौना है। ©jyoti rashmi ntl #together on 30 oct2021 at 2:18pm