वाह पे लिखना छोड़ दिया, तारीफ पे बिकना छोड़ दिया। जब समझ ना पाया मुझको कोई, तब समझ के लिखना छोड़ दिया। अब लिखता हूँ बेबाक़ शबद, बेबात का लिखना छोड़ दिया। है मेरी दुआ ये रब से मियाँ, कहूँ जुर्म का रस्ता छोड़ दिया। जब से बिखरा है वरक मेरा, दिल तोड़ के चलना छोड़ दिया। किसकी साजिश कैसी नफ़रत, दुनिया का तसव्वुर छोड़ दिया। महफूज़ रखे जब रब मेरा, मख़लूक़ से डरना छोड़ दिया। जिस हाथ ने झड़का हाथ मेरा, उस शख्स से मिलना छोड़ दिया। शाफी है वही काफ़ी है वही, अब मांग के पलना छोड़ दिया। अब एक खुदा का खाते है, अब भूख से मरना छोड़ दिया। #छोड़_दिया #ΔհΜεD_ɌαZα_ΘυʀΞៜΗι @MiyA #छोड़_दिया #ΔհΜεD_ɌαZα_ΘυʀΞៜΗι @MiyA Gori indira Er. Ambesh Kumar. ishi Azad ताहिर তাহীৰ