White मुझको अब करना नहीं, सपनों का व्यापार। नफा कभी मिलता नहीं, मिले हानी हजार।। चलाना कठिन है बडा, सपनों का व्यापार। धन यश इसमें नहिं मिले,हो जीना दुश्वार।। केवन कोरी कल्पना, सपनों का व्यापार। काम धाम करते नहीं, बुनते ख्वाब हजार।। -निलम ©Nilam Agarwalla #सपनोंकीदुनिया