मेरे लिक्खे हुए हर एक तराने समझे मेरे लबों के अनकहे *फ़साने समझे मेरे 'शब्द' तो समझती है ये दुनिया लेकिन मुझे उसकी है तलाश,जो 'माने' समझे --प्रशान्त मिश्रा *(फ़साने= कहानियाँ ) *(माने= अर्थ, meaning) "माने समझे"