Alps© तुमको पता है ये रौशनी अँधेरे को चिरती है,.. ठीक वैसे जैसे तुम्हारा प्रेम मेरे भीतर की अनेकों शंकाओं, संदेह, भय, निराशाओं, दुःख, पीड़ा को चिरता है.