#OpenPoetry माँ इक घर में दो बार आग जली इक बार पकी है रोटी इक बार दाल है पकी हर किसी के हिस्से में कुछ ना कुछ आया माँ के हिस्से में तो बस कुछ राख बची फिर भी बड़े प्यार से पाले जा रही है नम आँखो से चूमती है अपने बच्चे को जरूर कोई क़यामत टाले जा रही है। #माँ#विचार#शायरी#नज्म#कहानी#कविता#कला#maa#nojotohindi#nojotonews#nojotourdu#nojotoenglish#nojotoofficial#nojotoshayari#kahaani#shayari#sher#seher#poetry#dard#aag#daal#roti#rakh