* आजकल के "रिश्ते" भी Chinese products की तरह हो गए है। जो शुरू में तो बहुत आकर्षित करते हैं लेकिन कुछ समय उनकी जरूरतें खत्म हो जाती है। * रिश्तों में "आजादी" के नाम पर "संदेह" का घुंआ दिन-प्रतिदिन घुटते हुए लोगों में "ज़हर"बन जाता है। - Avinash #Fake relationship 💔