मेरा ग़ुरूर ज़िन्दगी में क़भी नहीं टूटेगा मेरे मरने के के बाद उस चिता में कफ़न के नीचे लिपट कर जलेगा लेक़िन टूटेगा नहीं.. "हां हूँ मैं घमंडी" फाइन