मेरी तलाश वहीं पर खत्म होगी जब तुमसे मुलाकात होगी आधी अधूरी जो बात इस किताब में है वो पूरी होगी जब तुमसे बात होगी। ऐसे तो ढूंढते रहेंगे किसी को अपना कहने को ये सब भी खत्म हो जाएगा जब सावन का वो पहला दिन हो और मेरी राते तेरे बाहों की वो गर्माहट से स्टार्ट होगी। trying to find peace and a worthy soul