वो एक लम्हा सोचने में गुजर गया वक्त हाथ से रेत की तरह फिसल गया कह ना पाए उनसे हाल-ए-दिल कभी सिलसिला इश्क़ का यूँ ही चलता रहा हम सोचते रह गए दोस्ती के लिए कोई और आकर उनके गले से लिपट गया वो एक लम्हा जो सोचने में गुज़र गया है। #एकलम्हा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi