वादा तो करते हैं निभाना भूल जाते हैं, लगाके आग सीने में बुझाना भूल जाते हैं,, भूलना तो आदत .सी हो गई है लोगों की..... रुलाते हैं फिर मनाना भूल जाते हैं! bhul jaate hai