दर-दर भटकते भटकते, मुसाफ़िर सा हो गया हूं। ख़ुदा को छोड़ इंसानों से इश्क़ करके, काफ़िर सा हो गया हूं। दर-दर भटकते भटकते, मुसाफ़िर सा हो गया हूं। ख़ुदा को छोड़ इंसानों से इश्क़ करके, काफ़िर सा हो गया हूं। #1101thquote #yqdidi #yqhindi #yqbaba #yourquote