बोलने की दुश्वारियों से वाकिफ हूँ मैं, सो मैंने जुब़ा पर खामोशी उठा रखी है, है टुटे हुऐ आयने जैसा किरदार मेरा, सो मैंने खुद से दूरी बना रखी है ।। बोलने की #दुश्वारियों से #वाकिफ हूँ मैं, सो मैंने जुब़ा पर #खामोशी उठा रखी है, है टुटे हुऐ #आयने जैसा #किरदार मेरा, सो मैंने खुद से दूरी बना रखी है ।। -:नागवेन्द्र शर्मा(रघु) #nagvendrasharma #yqhindi