#OpenPoetry हुस्न से दुश्मनी मोल लेकर कोन बच पाया है, जिसने सर झुकाया उसने पाया है, जिसने सर उठाया है, सर कलम करवाया है!! . . हुस्न ए जिगर से दोस्ती भी सोच समझ कर करना, ए दोस्त ये नसीहत है, जब जब दिमाग लगाओगे, समझ नही पाओगे, जिस दिन......... जिस दिन दिल लगाओगे, जान से जाओगे!! #husn #naseehat #dosti #yaari #pyar