दोस्तों की दुआ खुदके किए दुआएं रब के सामने पूरे हो ना हो दोस्तों के दिए दुआएं ना चाहो भी तो मुकम्मल होते है कभी वो जिंदगी मे हमारे लिए एक अजनबी परछाई होते है पर वो सिर्फ हाथ मिलाकर हमारे जिंदगी के रूख मोड़ जाते है फिर तो वो दोस्त कभी साथ हो ना हो ज़हन मे हमेशा वो कमीने ही कहलाते है " शामों मे वो कमीने याद आते है आज साथ तो नही पर चौपाटी के एक प्लेट मे आखरी समोसे के छीना छपटी को आज भी मन मे पहल कर जाते है " #Relationships - nayak 0.9 खुदके किए दुआएं रब के सामने पूरे हो ना हो दोस्तों के दिए दुआएं ना चाहो भी तो मुकम्मल होते है कभी वो जिंदगी मे हमारे लिए एक अजनबी परछाई होते है पर वो सिर्फ हाथ मिलाकर हमारे जिंदगी के रूख मोड़ जाते है