हम परवरिश-ए-लौह-ओ-क़लम करते रह गये ताउम्र.., साँसें ज़िस्म से रुसवा होकर गुजर गयीं जो कल.., इंतजार करते रह गये हम लौटने का उनका..फिर उम्र भर.., #जरा_सा_इश्क़_में ..एक साँस जो रूठकर चली गयी.., **परवरिश-ए-लौह-ओ-क़लम-- Maintaining the pen & paper #yqdidi #yqbaba #yqsahitya #yqtales #yqquotes #yqlove #yqdiary