जीजी माँ, आपकी अनमोल राखी और आपके इस ममतामयी उपहार को पाकर सच मे आँख भर आयी..हृदय भावुक हो गया.., आपके इस असीम प्रेम के लिए अनंत प्रेम मेरी प्यारी जीजी माँ... Dedicating a #testimonial to Kismat Connection जीजी माँ, आपके प्रेम और ममता पर अब क्या बोलें जुबान मौन है.. और आँखे बस बोल रही हैं आपका अनमोल आशीष तो मिला ही था सुबह सुबह..दोपहर मे आपके इस प्यारे से अमूल्य उपहार ने तो एकदम से रूला ही दिया मन कह रहा क्या करें..। जीजी माँ आपके उपहार मे जो आपने अपना ममतामयी प्रेम मिलाकर भेजा है न..उसे शब्दों में कैसे करें बयां आज तो कोई शब्द नही मिल रहें.. और ना आज हम इस प्रेम को शब्दों मे बाँधेंगे.. शब्दों में बाँधने का अर्थ आपकी दी ममता का मूल्य लगाना होगा.., जो हम सपने मे भी नही चाहेंगे... जीजी माँ आप ने हमेशा मेरा साथ दिया मेरे पास रही..जब जब जरूरत पड़ी अपनी ममता का हाथ मेरे सर पर फिराया..जीजी माँ कहने को दूर है आपका घर पर सच मे आप तो हृदय मे रहती हैं..क्यों कि जब भी जरूरत पड़ी आप खुद आकर बोलीं.. कि जब भी जरूरत हो बस एक बार याद करना... जीजी माँ आपकी उदारता और आपका दयालुता पूर्ण हृदय जिसमें आपने अपार प्रेम रखा है.. सबके लिए..।