मुसीबत उसी पर आती है, जो ज़िम्मेदारी उठाता है, गिरकर उठता वही है, जो ठोकर खाता है, और जो ज़िम्मेदारी उठाता है, वो कभी हारता नहीं, सबको बराबर रखता है वो, हक़ किसी का मारता नहीं, या तो वो जीतता है, या वो बहुत कुछ सीखता है, अपने पे रखता है भरोसा वो 'शिव' जब तक जीत न जाये वो हिम्मत हारता नहीं, हमेशा रियासत में जायदाद ही मिले ये जरूरी नहीं, जिम्मेदारी मिलना और उसे निभाना भी बादशाहत से कम नहीं।। बादशाह कर्मों से बनते हैं,और रियासतें दम ओर हिम्मत से।।