थोड़ा-थोड़ा सहेजो उसको तुम मन से उसके मिलने दो अपने मन को तुम थोड़ा उसको समझो थोड़ा ख़ुद को समझाओ बेवज़ह की वज़हों में न उलझो तुम ग़लतफ़हमी पनपने न दो मध्य में तुम उसकी बातों में पढ़ो उसके दिल को तुम लगता है कुछ टूट रहा,कुछ छूट रहा दोनों के बीच टूटे-छूटे को सहेजो फिर मिलकर तुम थोड़ा-थोड़ा सहेजो उसको तुम मन से उसके मिलने दो,अपने मन को तुम!! नेहाmनिर्झरा सुप्रभात। जीवन एक विस्तार हैं। यहाँ झटपट कुछ मिल जाए तो मिल जाए वरना एक वक़्त लग जाता है कुछ पाने के लिए। #सहेजो #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi