सावन में हो जाता हरा भरा धरती का कोना कोना नए उत्साह का उत्सर्जन करने आई श्रावणी पूर्णिमा ! सबको एक सूत्र में पिरोकर रखे, चिन्ह स्नेह के संबंधों का रक्षा बंधन, बंधन नहीं है प्रतीक है प्रेम के दो तटबंधों का। बचपन में आपस में लड़ने झगड़ने रहने वाले भाई बहनों का वो दिन याद करके अपनी मूर्खता पर ठहाके लगाने वालों का। रक्षा बंधन दूरी में भी निकटता का आभार कराते संबंधों का व्यस्ताओं को विराम दे सदभावनाओं से प्रेमोत्सर्जन करने का। नेह की बरखा से भीगे तनमन शीतल होते कोमल ह्रदयों का रक्षाबंधन वो बंधन जिसमें बंधन नहीं देशधर्म की सीमाओं का ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1022 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ! 💐💐 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।