शादी महज़ दो लोगों या दो परिवारों का मिलन नहीं है। शादी एक पुरुष के चरित्र पर लगे हुए दागों की सफाई करती हुई बीवी है। #दिखावा #शादी #सफेदपोशी #चरित्रहीन #पितृसत्ता