.. .. . .. कियो उपद्रव तारक भारी l देवन सब मिलि तुमहीं जुहारी ll तुरत शडानन आप पठाउ l लव निमेष महं मारी गिराउ ll ll💚ll ॐ नमः शिवाय ll💚ll भावार्थ :- जब तारकसूर ने उत्पात मचाया, तब सब देवताओं ने मिलकर अपनी रक्षा करने के लिए आपकी गुहार की l तब आपने तुरंत स्वामी कार्तिकेय को भेजा जिन्होंने क्षणमात्र में ही तारकसूर को मार गिराया l ( शिव चालीसा )