कितना अनूठा है तुमसे रिश्ता न शिकायत है न कड़वाहट न बिछड़ने का गम न मिलने का भरोसा न पास आना है न दूर जाना कि लालसा न कैद रखना न भरोसा टूटने का ड़र न प्यास लगने की चाह न भूख की चाह बस है तो बिनबोली मुस्कान कितना अनूठा है तुमसे रिश्ता न तुमसे "हां" की उम्मीद न मुझसे "हां" होने की आंशका बस है तो एक दूसरे को रहकर समझना न तुममे प्रेम न मुझमे "मधुता" फिर भी कितना अनूठा है रिश्ता हां हक मेरा है तुमपर मेरा जानते हो फिर अनूठा है मेरा तुमसे ये रिश्ता न हक की अदायगी है न हक का मर्दन बस है तो एक डर तुमको घर "मोह" में लाने का जिससे बचते रहे इतने बरस बस तपस्या भंग होने का भय मेरा तुमसँग न चल सकने का भय बस है हमारे बीच बस एक ये भय। फिर भी कितना अनूठा है तुमसे मेरा रिश्ता जोग भेस तुमने धरा हमने भी "मीरा" रूप धरा प्रेम रस का स्वाद हमने तुमसे ही चखा "कड़वे करेले का रस अध्भुत है ये जाना है" तब भी कितना अनूठा है तुमसे मेरा ये रिश्ता कितना अनूठा है मेरा तुमसे रिश्ता न शिकायत है न कड़वाहट है। #NojotoQuote प्रेम उस रोशनी की तरह है जो अंधेरे में रहा दिखा दे अगर वो सच रूप में हो। फिर वो शरीर से ऊपर "आत्मा" में मिलता है और ये "इमेज" सही चित्रण करती है मेरी भाव को बताने में। मै शायद कभी बता नही पाती पूछने पर की कैसा रिश्ता है मेरा तुमसे पर ऐसा है। "आज मै प्रेम के दिन ही तुमको आज़ाद करती हूं", #love #nojoto #satisfection #light