Come back ये ज़िन्दगी तुझे मैं समझने की कोशिश तो की पर समझ न पायी, चली थी मैं तेरी गाठ सुलझाने। पर तेरी गाठ में मैं उलझी इस तरह मानो खुद को वहीं कैद कर आयी।। अब बुला रही है फिर से ज़िन्दगी उसी मोड़ पर मुझे जहां से इस सफ़र की शुरुआत करके हूं मैं आयी। क्या मुझे थाम कर मंज़िल तक पहुंचाएगी, मुझे ये जिन्दगी जहां कहीं मैं हिम्मत हारी या मेरी कदम लड़खरायी।। #ComeBack #PuzzleOfLife #myquotes #nojotopoem #pleaseLIKEmyPoem #AndShareMyThought