अधिकता और अभाव, दोनों ही समान दर्द है। मार डालती है अक्सर, रिक्त कर देती सब कुछ, शून्य और निर्वात जन्म, ले लेता है तब अंदर।। कभी कभी कैप्शन्स की ज़रूरत नहीं होती। ~ इकराश़ #गद्य_ए_इकराश़ #ज़िन्दगी #इकराश़नामा