मन की पतंग जो उड़ती है खुले आसमानों में ऊँचे ऊँचे जुड़ी है तेरी ही डोर सजना चाहे जाऊँ कितनी ही दूर मुड़ी हूँ बार बार तेरी ही ओर सजना डोर ये टूटे ना साथ ये छूटे ना और टूटे तो टूटे रहोगे फिर भी तुम मेरे ही सजना उड़ी उड़ी जाए #happysankranti #kiteflying #imagesourcemygallery #festivevibes #kite_of_life #shriradhekrishna