कैद हों तो हों अपने ही कमरे में मगर कोशिश करें कि अकेलापन न हो सोचिये खूब मगर कोशिश करें कि किसी के लिए दिल मे नफरत न हो । एकांत वास तो आवश्यक है । मगर कोशिश करें कि अपनों से जुदा न हों सुनापन तो बेशक है गलियारों में मगर खुशी मनाइए क्योंकि चहचहाते पंछी भी हैं हवा में बेशक आज सब बिल्कुल अजीब सा है मगर समझिए , ज़ालिम वक्त की मांग ही यह है आज संभलिए , समझदार की पहचान यह है क्योंकि फिर सब ठीक होगा कुछ दिनों में हम फिर साथ होंगे और सबके पास सुनाने को किस्से भी खास होंगे फिर हम मिलेंगे निकलेंगे उन्हीं गलियों में । इस बार हम अकेले नहीं हमारे साथ दोस्तों का हुजूम होगा , कुछ दिन बिताइए अकेले में दुबारा सबकुछ ठीक होगा #Lockdown#corona#quotes