*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“29/12/2021”*📚 🖋️*“बुधवार”* 🌟 इस “संसार” में चारों और “दुःख” है,“समस्याएं” है, लेकिन फिर भी “कुछ लोग” ऐसे होते है जो “हंसमुख” होते है, उनके “हंसमुख” होने “कारण” है “प्रेम” आपके “जीवन” में ये “प्रेम” ही आपकी “मुस्कान का कारण” होता है, जैसे आपका “पत्नी प्रेम”,“परिवार प्रेम”,“संतान प्रेम”, “मित्र प्रेम”,“कला प्रेम”,“साथी प्रेम” आदि इत्यादि, उनका ध्यान सिर्फ उस “प्रेम” पर ही रहता है, जब भी “मुख” पर इस “प्रेम को स्मरण” करेंगे तो “चिंता”,“तनाव” या “दुःख के भाव” दिखना “असंभव” है,बस यही है “रहस्य” “हंसमुख” रहने का, इसलिए आप भी अपने “जीवन” में यही किजिए यदि आपको आपके “जीवन” में “प्रेम” प्राप्त है, तो “धन्यवाद” किजिए उस “प्रेम” का, “धन्यवाद” किजिए उस हर “वस्तु” और “व्यक्ति” का जो आपको “खुशियां” देती है, और आप ने ये तो “सुना” ही होगा कि “खुशियां बांटने” से “बढ़ती” है तो “खुशियां” बांटिए और “खुश” रहिए... *अतुल शर्मा*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“29/12/2021”*📚 🖋️ *“बुधवार”* 🌟 *#“संसार”* *#“दुःख” और “समस्याएं”*