Nojoto: Largest Storytelling Platform

अगर बेटीयां ना होती तो मेंहदी, रोली, कुमकुम का त्य

अगर बेटीयां ना होती तो
मेंहदी, रोली, कुमकुम का त्यौहार नहीं होता 
रक्षाबंधन के चंदन ‌का मान नहीं होता
उनका आंगन हरदम सुना सुना रहता है
जिसके घर में बेटी का अवतार नहीं होता। #बेटीया ना होती तो
अगर बेटीयां ना होती तो
मेंहदी, रोली, कुमकुम का त्यौहार नहीं होता 
रक्षाबंधन के चंदन ‌का मान नहीं होता
उनका आंगन हरदम सुना सुना रहता है
जिसके घर में बेटी का अवतार नहीं होता। #बेटीया ना होती तो