सिंहासन पर उल्लू बैठा, राज्य की हालत ख़स्ताहाल मंत्रियों ने मूंँछ को ऐंठा, जनता ने मुंडवाए बाल मुद्दे दर मुद्दे फैसले दबते, करती प्रजा हाहाकार इसको छोड़ो उसको पकड़ो, नई बात पर करो बवाल शाही खज़ाना भरते जाओ, गुहार कर दो दरकिनार किस-किस का हिसाब रखें, इग्नोर करो सारे सवाल किसान कल मरता तो आज मरे, किले में है बेकार ग़रीबी से बदबू आती, काहे उसका डालें अचार आरक्षण हो या बलात्कार, जाओ नहीं करते सुधार इसी आग पे तो रोटी सिकती, चलते महलों के टकसाल टकसाल~सिक्के ढ़ालने कारखाना महत्वपूर्ण सूचना: मैं किसी पार्टी विशेष से नहीं हूंँ, एक मीडिल क्लास, आम आदमी हूंँ सिर्फ़ 🙏 Adarsh याद करने के लिए शुक्रिया रहेगा दोस्त☺️🍫 #yqbaba #yqdidi #hindiquotes #hindipoem #yqhindi #व्यंग्य #sarcasm #pc_google