यो भी क्या दिन थे... जब तुम रूठती थी,और मैं मना लेता था, जब तुम रोती थी, और चुप मैं करा देता था, जब तुम गुस्सा करती थी, और मैं हँसा देता था, जब तुम हसती थी, और मैं जी लेता था, मगर,, अब तुम्हे फ़ुरसत कहा है, क्योंकि,मैसेज मैं देता हूँ, और तुम रिप्लाई भी नही देती हो।। #वो_दिन #रूठना_मनाना #रोना_चुपकराना #गुस्साना_हसाना #हँसना_जीना #मगर #मैसेज #रिप्लाई